एआरपी चयन प्रक्रिया को निरस्त कर नियमानुसार कराने की मांग


गोंडा। उप्र पूर्व माध्यमिक शिक्षक संघ की जिलाध्यक्ष किरन सिंह के नेतृत्व में शिक्षकों द्वारा जिलाधिकारी को सम्बोधित ज्ञापन अपर उप जिलाधिकारी महेन्द्र कुमार को दिया गया। ज्ञापन मंे एआरपी चयन प्रक्रिया को निरस्त कर नए सिरे से नियमानुसार सम्पादित कराए जाने की मांग की गई।
ज्ञापन में शिक्षकों ने कहा है कि एआरपी चयन प्रक्रिया मे शासन द्वारा निर्धारित मानको को दरकिनार कर घोर अनियमितता बरती गई है। एआरपी परीक्षा से पूर्व आवेदकों की सम्पूर्ण सूची नहीं प्रकाशित की गई और आवेदन की अन्तिम तिथि बीत जाने के बाद भी आवेदन पत्र विभिन्न माध्यमों से लिए गए। पूर्व में निर्धारित परीक्षा समय 2ः00 के स्थान पर लगभग 4ः00 बजे परीक्षा कराई गई। आवेदन पत्रों का ध्यान से जॉच किए बिना ही आवेदको को परीक्षा के लिए योग्य घोषित कर दिया गया द्य जिसमे एक निलंबित शिक्षिका को भी परीक्षा के लिए पात्र बना दिया। परीक्षा तिथि का प्रकाशन  किए बिना ही परीक्षा करा ली गई, जिससे कई परीक्षार्थी  परीक्षा में सम्मिलित नहीं हो सके। एआरपी चयन हेतु शासन की ओर से विषयवार लिखित परीक्षा के आयोजन का नियम है, परन्तु परीक्षा बहुविकल्पीय प्रश्नों के आधार पर करा ली गई । परीक्षा के 10 दिन बाद माइक्रो टीचिंग बिना किसी सार्वजनिक सूचना के करा ली गई। इस परीक्षा के प्रत्येक चरण पर शासनादेश के अनुसार वीडियोग्राफी कराई जानी आवश्यक थी, परन्तु परीक्षा बिना  सम्पूर्ण वीडियोग्राफी के ही करा लिया गया। किसी कार्य वाही के न होने का शपथ पत्र परीक्षा कराने के उपरांत अपने चेहतो से सम्मिलित करा लिया गया।
शिक्षकों की मांग है कि चयन प्रक्रिया में हर स्तर पर अनियमितता व शासनादेश का घोर उल्लंघन किया गया है, इसलिए इस गतिमान चयन प्रक्रिया  को अविलंब रोककर  नए सिरे से नियमानुसार परीक्षा कराई जाय। इस अवसर पर पवन कुमार सिंह जिला कोषाध्यक्ष, श्रीमती कुमकुम श्रीवास्तव जिला महिला उपाध्यक्ष,  सुधाकर मिश्रा जिला संयुक्त मंत्री, अमित सिंह चैहान जिला प्रवक्ता, गौरव श्रीवास्तव जिला मिडिया, कवीन्द्र मिश्र जिला संयुक्त मंत्री, श्रीमती नीलम शुक्ला ब्लाक मंत्री मुजेहना उमेश श्रीवास्तव ब्लॉक मंत्री तरबगंज आदि उपस्थित रहे।