गिरफ्तार आरोपियों की जानकारी देते पुलिस अधिकारी।

मथुरा।लोगों को झांसा देकर फर्जी कागजातों से  जमीन बेच कर लोगों के साथ ठगी करने वाले माफिया गिरोह का पुलिस ने चिट्टा खोला है। ये गिरोह लोगों को आपने जाल में फंसाता था। हाइवे किनारे बेहद महत्वपूर्ण लोकेशन में जमीन है, मजबूरी में बेचनी पड रही है। परिवार की स्थिति बढिया थी लेकिन बीमारी के चलते सब बर्बाद हो गया। अब किसी को इस तरह मरते भी तो नहीं देखा जा सकता। पैसा हाथ का मैल है, फिर कम जाएगा लेकिन आदमी एक बार चला गया तो फिर वापस नहीं आता। इस जमीन को भी इसी मजबूरी में बेचना पड रहा है। इसके बाद खरीददार कम दाम में मिल रही सौने जैसी जमीन को खरीदने के लिए तैयार हो जाता है। यहां से शुरू होता है ठगी का असली खेल।
भू माफिया फर्जी आधार कार्ड व फर्जी बैंक खाते खुलवाकर जमीन का फर्जी बैनामा करते थे। अभियुक्तांे द्वारा फर्जी आधार कार्ड व फर्जी बैंक खाता जमीन के असली स्वामी के नाम पर बनवा कर लोगांे के साथ ठगी करते थे। एंटी भू माफिया स्क्वाइड होने के बावजूद थाना सदरबाजार पुलिस ने साइबर टीम के साथ मिल कर इस गैंग का खुलासा किया।
प्रभारी निरीक्षक थाना सदर बाजार सत्यपाल सिंह देशवाल ने बताया कि प्रभारी निरीक्षक साइबर क्राइम सेल सुजात हुसैन की टीम के साथ मिल कर इन लोगों का पीछा किया गया। सरपंची बगीची के पास औरंगाबाद सदर बाजार से रोहन पुत्र खेम सिह निवासी तारसी थाना हाईवे मथुरा, राजबहादुर पुत्र हरचरन निवासी डैगरा थाना जमुनापार मूल निवासी बांड थाना हसायन जिला हाथरस, लक्ष्मन पुत्र जंगली राम निवासी नगला काजी थाना जमुनापार, भूपेन्द्र पुत्र नारायण सिंह निवासी नगरेला मौहल्ला अडींग थाना गोवर्धन, ओमप्रकाश उर्फ ओमी पंडित पुत्र बाबूलाल निवासी ग्राम अडीग थाना गोवर्धन मथुरा हाल निवासी बघेल मौहल्ला थाना सदर बाजार मथुरा हैं। इनके कब्जे से पुलिस ने 53500 रूपये नगद, तीन चैक कुल धनराशि 11 लाख रुपये, छह मोबाइल एन्ड्राइड, एक कार सैन्ट्रो, एक आधार कार्ड, एक पैन कार्ड बरामद हुआ है।

वांछित गिरफ्तार
थाना फरह पुलिस ने दो सितम्बर को हुई एक घटना में वांछित चल रहे आरोपी को गिरफ्तार किया है। मानवेन्द्र सिंह पुत्र रंजीत सिंह निवासी सेरसा थाना फरह को बुधवार को धर्मपुरा नहर के पास से उपनिरीक्षक संदपी कुमार ने पकडा।