कानपुर। भारत समेत पूरे विश्व में कोरोना वायरस का बढ़ते प्रकोप को लेकर लोग दहशत में हैं और बचाव के लिए जागरूकता फैलाने के साथ तरह तरह के उपचार कर रहा है। इसी क्रम मैं शहर में धार्मिक अनुष्ठानों का भी दौर शुरू हो गया है। कोरोना के प्रकोप को थामने के लिए के लिए जैन मंदिर में शांति जप की शुरुआत की गई है। इस विशेष अनुष्ठान के जरिए कोरोना के कहर को रोकने के लिए प्रार्थना की जा रही है।
गंभीर बीमारियों का प्रकोप से देश कई बार गुजर चुका है, जिसके उपचार में धार्मिक अनुष्ठान को भी खासा महत्व दिया जाता रहा है। अब जब देश.दुनिया में कोरोना वायरस का प्रकोप आने से लोगों की जान जा रही हैं और डॉक्टर मरीजों के उपचार के साथ दवाओं की खोज में जुटे हैं। वहीं दूसरी ओर जैन धर्म के आचार्यों ने कोरोना के प्रकोप को थामने के लिए शांति जप अनुष्ठान शुरू किया है। रविवार को शहर में आनंदपुरी स्थित जैन मंदिर में आचार्य विद्या सागर जी महाराज ने देशवासियों से श्रीशांतिनाथ विधान व एक जाप करने का आह्वान किया है।
मंदिर में भगवान आदिनाथ व पार्शवनाथ का किया अभिषेक
मंदिर में भगवान आदिनाथ व पार्शवनाथ का किया अभिषेक
मंदिर में सुबह अभिषेक के बाद विधान का आयोजन हुआ। भगवान आदिनाथ व पार्शवनाथ का अभिषेक किया और कोरोना वायरस से शांति के लिए शांतिधारा की। विधान में मंत्रों का उच्चारण करके विश्व की आपदा के निवारण की प्रार्थना की। आचार्य ने विश्व में शांति के लिए महाहवन में आहुति देते हुए 108 बार मंत्र जप किया। विधान की क्रिया सिद्धार्थ जैनए राज कुमार जैन व संजय जैन ने कराई। आचार्य ने कहा कि कोरोना वायरस से शांति के लिए श्रीशांतिनाथ विधान व एक जाप करें।